ब्रुनेई – छोटा लेकिन समृद्ध इस्लामिक देश
बोर्नियो द्वीप पर स्थित, ब्रुनेई एक छोटा लेकिन अत्यधिक समृद्ध इस्लामिक देश है, जहां की आबादी सिर्फ 4 लाख है। इसके बावजूद, प्रति व्यक्ति आय के मामले में ब्रुनेई भारत से 13 गुना आगे है। यहां कोई टैक्स नहीं लिया जाता, फिर भी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त मिलती हैं। यह सब तेल और गैस से होने वाली भारी आय के कारण संभव है।
ब्रुनेई के सुल्तान की शाही जीवनशैली: दौलत और रॉयल्टी का प्रतीक
ब्रुनेई के सुल्तान, हसनल बोल्कैया, न केवल इस देश के शासक हैं, बल्कि दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं। सुल्तान हसनल बोल्कैया की कुल संपत्ति $28 बिलियन है, जो उन्हें दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों में शामिल करती है। उनकी विलासितापूर्ण जीवनशैली का अंदाजा उनके महल ‘इस्ताना नुरुल इमान’ से लगाया जा सकता है, जिसे 50 अरब रुपये की लागत से बनवाया गया था। यह महल गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे बड़ा आवासीय महल के रूप में दर्ज है, जिसमें 800 कारों के लिए गैराज, सोने का पानी चढ़ा हुआ इंटीरियर, और फ्लोर पर सोने के तारों वाली हैंडमेड कालीनें शामिल हैं।
सुल्तान के बाल कटवाने पर लगभग 16 लाख रुपए खर्च होते हैं। इसके लिए उनके हेयर स्टाइलिस्ट को महीने में दो बार प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन से बुलाया जाता है। उनकी विलासिता का एक और उदाहरण है उनका बोइंग 747 विमान, जिसकी कीमत 40 करोड़ डॉलर है। इस विमान के इंटीरियर में सोने का वॉश बेसिन और गोल्ड प्लेटेड खिड़कियां शामिल हैं।
ब्रुनेई के सुल्तान की शाही जीवनशैली
ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोल्कैया, जो देश के 29वें सुल्तान हैं, दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं। उनकी कुल संपत्ति $28 बिलियन है। सुल्तान की शाही जीवनशैली की झलक उनके 50 अरब रुपये के महल ‘इस्ताना नुरुल इमान’ से मिलती है। इस महल में 800 कारों के लिए गैराज, सोने का पानी चढ़ा हुआ इंटीरियर, और फ्लोर पर सोने के तारों वाली हैंडमेड कालीन हैं।
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तेल की दौलत से समृद्ध ब्रुनेई
ब्रुनेई की अर्थव्यवस्था की रीढ़ उसका तेल और गैस उत्पादन है। 1929 में सेरिया इलाके में तेल की खोज के बाद से, ब्रुनेई एक महत्वपूर्ण तेल उत्पादक देश बन गया। तेल के निर्यात ने ब्रुनेई को दुनिया के शीर्ष प्रति व्यक्ति आय वाले देशों में शामिल करा दिया है। 2023 में, ब्रुनेई की प्रति व्यक्ति आय $29,133 थी, जबकि भारत की प्रति व्यक्ति आय $2,239 थी।
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शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त – कैसे?
ब्रुनेई में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त हैं, जो इसके तेल से होने वाली भारी आय का परिणाम है। सरकार ने तेल से होने वाली कमाई को विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया है, जिससे अर्थव्यवस्था को स्थिरता मिली है और यह केवल तेल पर निर्भर नहीं रही।
टैक्स हेवन – ब्रुनेई की पहचान
ब्रुनेई को उसकी टैक्स पॉलिसी और गोपनीयता कानूनों की वजह से टैक्स हेवन के रूप में जाना जाता है। यहां पर्सनल इनकम पर कोई टैक्स नहीं लगता, जिससे यह देश व्यापारियों और निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। इसके अलावा, यहां कॉर्पोरेट टैक्स भी सिर्फ 18.5% है, और बैंकिंग गोपनीयता कानून बहुत सख्त हैं।
भारत और ब्रुनेई के बीच बढ़ते संबंध
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे का मुख्य उद्देश्य भारत और ब्रुनेई के बीच के संबंधों को मजबूत करना था। खासतौर पर डिफेंस, एनर्जी और स्पेस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में। ब्रुनेई भारत को तेल निर्यात करता है, और दोनों देशों के बीच एनर्जी के क्षेत्र में और भी अधिक सहयोग की संभावनाएं हैं।
क्या यह दौरा चीन और साउथ चाइना सी विवाद से जुड़ा है?
हालांकि ब्रुनेई साउथ चाइना सी विवाद में सीधे तौर पर शामिल नहीं है, लेकिन चीन के साथ इसके संबंध भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य आसियान देशों के साथ संबंधों को मजबूत करना है।
ब्रुनेई की उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद – ताजमहल की तर्ज पर बनी खूबसूरत मस्जिद
ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगावान में स्थित उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद दक्षिण-पूर्व एशिया की सबसे खूबसूरत मस्जिदों में से एक है। इसे भारत के ताजमहल की तर्ज पर बनाया गया है और इसका निर्माण 1958 में हुआ था। मस्जिद की सफेद संगमरमर की इमारत और सुनहरा गुंबद इसे एक अद्वितीय स्थापत्य नमूना बनाते हैं।
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